5 SIMPLE TECHNIQUES FOR SHIV CHALISA LYRICS AARTI

5 Simple Techniques For shiv chalisa lyrics aarti

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अर्थ: हे भगवन, देवताओं ने जब भी आपको पुकारा है, तुरंत आपने उनके दुखों का निवारण किया। तारक जैसे राक्षस के उत्पात से परेशान देवताओं ने जब आपकी शरण ली, आपकी गुहार लगाई।

भूत पिसाच निकट नहिं आवै। महाबीर जब नाम सुनावै।।

सनकादिक गरुणादिक here भूतादिक संगे ॥ ॐ जय शिव…॥

शबरी सँवारे रास्ता आएंगे राम जी - राम भजन

शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥

कंबु – कुंदेंदु – कर्पूर – गौरं शिवं, सुंदरं, सच्चिदानंदकंदं ।

द्वादश ज्योतिर्लिंग मंत्र

कहे अयोध्या आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥

शिव चालीसा के सरल शब्दों से भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न किया जा सकता है।

द्वादश ज्योतिर्लिंग मंत्र

योगी यति मुनि ध्यान लगावैं । नारद शारद शीश नवावैं ॥

सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे ॥ ॐ जय शिव…॥

त्रयोदशी ब्रत करे हमेशा। तन नहीं ताके रहे कलेशा॥

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